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गोबर उत्पाद के लिए सांचे घर में बनायें

गोबर उत्पाद के लिए सांचे घर में बनायें – मूर्तिकार महेश बोकडे

जो गाय दूध नहीं देती या बूढ़ी हो गई है उसके गोबर का उपयोग करके हम कई तरह के उत्पाद बनाकर जीविका चला सकते हैं। इससे गोपालक आत्मनिर्भर रहेगा और गाय के साथ उसका परिवार भी ख़ुशहाल रहेगा।      

सांचा और गोबर उत्पाद बनाने के लिए हम प्रशिक्षण देते हैं। घर बैठे ही आप सांचे या मोल्ड बनाकर गोबर के उत्पाद बना सकते हैं। 

गाय के गोबर से देवी-देवताओं की मूर्तियाँ, दिये, राखी, स्वास्तिक आदि किसी भी उत्पाद के लिए के सांचे बनाये हैं। इन सांचों से कोई भी व्यक्ति मूर्तियाँ बना सकता है। ये सांचे भी आप खुद अपने घर में बना सकते हैं।

फ़ाइबर का सांचा

फ़ाइबर का सांचा बनाने के लिए तीन चीजों की जरूरत होती है। रेज़िन, कोबाल्ट और हार्डनर। रेज़िन यानि राल गोंद जैसा हाइड्रोकार्बन द्रव्य होता है जो वृक्षों की छाल और लकड़ी से निकलता है। अन्य पेड़ों की तुलना में चीड़ जैसे कोणधारी (कॉनिफ़ॅरस) पेड़ों से रेज़िन अधिक मात्रा में निकलता है। रेज़िन का प्रयोग गोंद, लकड़ी की रोग़न (वार्निश), सुगंध और अगरबत्तियाँ बनाने के लिए सदियों से होता आया है।

कोबाल्ट एक रासायनिक तत्व है और हार्डनर टिकाऊपन बढ़ाने के लिए पेंट या वार्निश में जोड़ा जाने वाला पदार्थ है। हार्डनर कुछ विशिष्ट चिपकने वाले और सिंथेटिक रेज़िन का एक घटक है जो सेटिंग को मज़बूत करता है।

सबसे पहले रेज़िन और कोबाल्ट को मिलाना है। फिर उसमें हार्डनर मिलाना है।

50 प्रतिशत रेज़िन के साथ उसमें 5 प्रतिशत कोबाल्ट मिलाकर पीस लें। हार्डनर बाद में मिलाना है। इस तरह से आप जो उत्पाद बनाना चाहें उसके लिए फ़ाइबर के सांचे बना सकते हैं।  

रबर का सांचा

रबर सांचों से भी मूर्तियाँ बनाई जाती हैं। हम आपको बताते हैं कि ये सांचे घर बैठे कैसे बना सकते हैं। हार्डवेयर की दुकान से आपको रबर का केमिकल मिल जाएगा। जो पानी जैसा आता है एकदम पतला। वह लाने बाद में इसे कागज़ की पैकिंग देनी है। इसके बाद इस पर मिट्‌टी और रबर के कोड चढ़ाना है। रबर का कोड चढ़ाने के लिए सबसे पहले लकड़ी पर कपास यानि रुई लगाइये, फिर उसे रबर के कैमिकल में डूबों दीजिये। अब इससे 10 से 15 कोड लगाइए। एक दिन में तीन कोड चढ़ाकर उसे सूखने देना है। इस तरह हर दिन तीन-तीन कोड चढ़ाकर सुखाने से से रबर मोल्ड बनाने में कम से कम चार दिन लग जायेंगे। पूरी तरह सूखने के बाद उसका कवर निकालना है। अब सांचा बनकर तैयार है। इस प्रकार से मूर्तियाँ, राखी, दिए आदि के सांचे बनाए जा सकते हैं।

गोबर उत्पाद बनाना

गोबर के उत्पाद बनाने के लिए सबसे पहले प्रीमिक्स तैयार करते हैं। प्रीमिक्स एक गोबर पाउडर है। प्रीमिक्स बनाने के लिए गोबर को सुखाकर छान लीजिए। छानने के बाद उसका फाइन पाउडर बनेगा। फिर उसमें ग्वार गम और मुल्तानी मिट्टी मिलाते हैं।

एक किलो गोबर पाउडर में 40 ग्राम ग्वार गम मिलाना है। सब्जी में इस्तेमाल होने वाले बीजों के पाउडर से ग्वार गम बनता है। ये फूड केमिकल्स की दुकान पर मिल जाएगा।

इसके बाद 300 ग्राम मुल्तानी मिट्‌टी मिला लें। फिर  इन तीनों को अच्छे से मिलाकर आटे की तरह गूंथ लें। इसके बाद इस प्रीमिक्स को सांचे के अंदर भर देना है।

प्रीमिक्स को भरने से पहले सांचे में ब्रश से खाने वाला तेल लगाना है, इसके बाद उसमें दबा-दबाकर प्रीमिक्स भर देना है। इसके बाद सांचे को खोल देना है। सांचा खोलते ही मूर्ति निकल आएगी। ध्यान रखिये कि प्रीमिक्स भरने के बाद सांचे को तुरंत खोलना है। इसके बाद मूर्ति को सुखाने के लिए रख दीजिये। मूर्ति सूखने में कम से कम पांच से छह दिन लग सकते हैं। उसके बाद मूर्ति को अपने मान मुताबिक पेंट कर सकते हैं।

पेंटिंग

मूर्तियाँ आदि उत्पादों को रंगने के लिए फ्लोसेंट कलर और गोंद का इस्तेमाल करते हैं। खाने के गोंद को अच्छे से गरम पानी में मिला दीजिये और फिर उसमें फ्लोसेंट कलर मिला दीजिये। फ्लोसेंट कलर पाउडर जैसे रहते हैं। ये किसी भी हार्डवेयर की दुकान पर मिल जायेंगे।  

50 ग्राम कलर पावडर में 10 ग्राम गोंद मिलाना है। उसमें थोड़ा पतला रखना है। उसके बाद ब्रश से कलर चढ़ाना है।

इस तरह आप गोबर से कई तरह के उत्पाद बनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं।

  • मूर्तिकार महेश बोकड़े
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