उत्तर प्रदेश सरकार ने गौपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना आरंभ की है। इसमें देशी नस्ल की गाय पालने वाल पशुपालकों को योजना के तहत 10 से 15 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
योगी सरकार ने नन्द बाबा मिशन के तहत नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना का शासनादेश जारी कर दिया है। इस योजना के तहत 25 गायों की डेयरी खोलने पर राज्य सरकार 50 प्रतिशत का अनुदान देगी।
- नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना में सत्यापन के लिए गाय का चार बार निकाला जाएगा दूध
- 12 लीटर तक 10 हजार और इससे अधिक दूध देने वाली गाय के पालकों को मिलेंगे 15 हजार
- पशुधन एप पर पंजीकरण के साथ ही गाय की टैंगिंग व पशुधन योजना के तहत बीमा कराना जरूरी
दूध को मापने के लिए आवेदक की गाय का दिन में चार बार दूध निकालकर मापा जाएगा। यह क्रम दो दिन तक चलेगा। इसके बाद योजना की तमाम प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद पशुपालकों के खाते में प्रोत्साहन राशि पहुंचेगी।
पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार जिले में करीब 11 हजार स्वदेशी गाय हैं। साहीवाल, गंगाा तीरी, गिर और थार पारकर गाय को नंद बाबा दुग्ग्ध मिशन योजना के लिए शामिल किया गया है।
योजना के तहत आठ से 12 लीटर तक दूध देने वाली गाय के पालकों को 10 हजार रुपये और 12 लीटर से अधिक दूध देने वाली गाय के पालकों को 15 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि एक पशुपालक को अधिकतम दो गाय के लिए प्रदान करने की योजना है।
पूरी करनी होंगी शर्ते
फिर दूध का माप जिस श्रेणी में आएगा पशुपालक के खाते में उतनी ही प्रोत्साहन राशि स्थानांतरित की जाएगी।
लाभार्थी को अपने आधार कार्ड, गाय का भारत पशुधन एप पर पंजीकरण, गाय का टैगिंग का प्रमाण पत्र, गाय का बीमा, बैंक खाते का विवरण, गाय के साथ पशुपालक का फोटो और पशुपालक को योजना का लाभ प्रथम बार लेने का शपथ पत्र देना होगा।
इसका सत्यापन उप दुग्धशाला विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला नंद बाबा दुग्ध मिशन द्वारा आवेदनकर्ता के पते का स्थलीय सत्यापन किया जाएगा।
विभागीय टीम स्वदेशी गाय का दो दिन तक एक दिन में चार बार दूध निकलवाएगी।
इसके बाद दूध की मात्रा को मापा जाएगा।
पहले चरण में जिले को 106 आवेदकों को मिलेगा लाभ
पहले चरण में गाजियाबाद जिले को 106 आवेदकों को लाभ दिए जाने का लक्ष्य मिला है। पशु चिकित्सा विभाग को 25 अक्टूबर तक जिले के 27 लाभार्थियों का चयन करना होगा। योजना के प्रथम चरण में 19 अक्टूबर तक आवेदन पशु चिकित्सा कार्यालय में जमा किए जा रहे हैं।
प्रमुख बिंदु
- ‘मिशन नंद बाबा’ के तहत उत्तर प्रदेश में दूध का उत्पादन करने वाले किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास होगा। इसके लिये राज्य सरकार नंद बाबा दुग्ध मिशन पर अगले पाँच वर्षों में 1000 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
- इस मिशन के तहत गाँवों में दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों द्वारा दुग्ध उत्पादकों को उनके गाँव में ही दूध की बिक्री की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
- ग्रामीण क्षेत्र में दूध का व्यापार आय का एक अतिरिक्त साधन है। इस मिशन के तहत वित्त वर्ष 2023-24 में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पाँच ज़िलों में पाँच डेयरी किसान उत्पादक संगठन बनाने की योजना है जिसमें महिलाओं को अहम भूमिका दी जाएगी।
- इस मिशन के तहत किसानों को उन्नत नस्ल की स्वदेशी गायों की खरीद में अनुदान के लिये सरकार की तरफ से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। गायों के लिये चारा और पशु आहार बनाने वालों को भी अनुदान दिया जाएगा।
- मिशन नंद बाबा का काम ठीक से चले इसके लिये प्रदेश स्तर पर मुख्य सचिव और जनपद स्तर पर डीएम की अध्यक्षता में समितियाँ बनाई गई हैं। मिशन के जरिये सरकार पूरे प्रदेश में गाय पालने वालों का डेटाबेस भी बनाएगी।
- पशुधन और दुग्ध विकास के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे कहा कि प्रदेश में डेयरी सेक्टर के अंदर नए-नए उद्योगों में निवेश की अपार संभावना है। इसके लिये सरकार ने उत्तर प्रदेश दुग्धशाला विकास एवं दुग्ध उत्पाद प्रोत्साहन नीति 2022 बनाई है। इस नीति का तालमेल मिशन नंद बाबा से बिठाया जाएगा।
- यह मिशन दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में 25 प्रतिशत से अधिक की वार्षिक वृद्धि लाने में सहायक होगा।