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गौमूत्र क्रांति संस्थान में गौमूत्र चिकित्सा से ठीक हो रहे कैंसर के मरीज

उत्तराखंड के पवलगढ़ स्थित गौमूत्र क्रांति संस्थान में गौमूत्र चिकित्सा से जानलेवा बीमारी कैंसर से पूरी तरह ठीक होकर लौटने पर गौमूत्र चिकित्सा से प्रभावित होकर जेजेटी यूनिवर्सिटी (राजस्थानी सेवा संघ) मुंबई और मरीज की परिजन राष्ट्रीय कवियित्री श्रीमती सुमिता केशवा द्वारा संस्थान के संचालक वैद्य प्रदीप भंडारी को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।

पवलगढ़: (उ.खं.) भारत में गौमूत्र चिकित्सा के क्षेत्र में वैद्य प्रदीप भंडारी ने कैंसर जैसे असाध्य और लाईलाज बिमारियों से ग्रस्त मरीजों के मन में उम्मीद की एक नयी किरण जगाई है। अभी हाल ही में मुंबई निवासी राष्ट्रीय कवियित्री श्रीमती सुमिता केशवा के एक परिजन जानलेवा कैंसर से पूरी तरह ठीक होकर लौटे हैं। गौमूत्र  चिकित्सा के आश्चर्यजनक परिणाम देखकर और वैद्यजी के प्रशंसनीय तथा अद्भुत कार्यों से प्रभावित होकर कवियित्री श्रीमती सुमिता केशवा और जेजेटी यूनिवर्सिटी (राजस्थानी सेवा संघ) मुंबई ने वैद्यजी को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित करते हुए उनका आभार जताया। वैद्य प्रदीप भंडारी ने गौमूत्र और अन्य आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के मिश्रण से लाईलाज बिमारियों से ग्रस्त कई मरीजों का सफल इलाज करने में सफलता प्राप्त की है।

आयुर्वेद में गौमूत्र को संजीवनी की संज्ञा दी गयी है। वैद्य प्रदीप भंडारी गौमूत्र पर लगभग पिछले 20 वर्षों से अपने शोध संस्थान ‘गौमूत्र क्रांति संस्थान’ में गहन शोध कर इसका सफल परिक्षण किया और आज कैंसर, हेपेटाइटिस, डायबिटीस, ब्लडप्रेशर, किडनी रोग जैसे तमाम असाध्य और शत-प्रतिशत जानलेवा बिमारियों का सफल इलाज कर रहे हैं। वैद्य प्रदीप भंडारी की गौमूत्र से कैंसर जैसे घातक बिमारियों से मरीज को ठीक कर देने की गूँज देश के महानगरों तक पहुँच चुकी है। कैंसर से ग्रसित प्रख्यात कवियित्री श्रीमती सुमिता केशवा के मुंबई निवासी एक परिजन ने चारों ओर से निराश होकर संस्थान में अपना इलाज कराना शुरू किया और कुछ ही दिनों में उनको लाभ होना शुरू हुआ और फिर अंततः पूरी तरह स्वस्थ होकर वे मुंबई वापस लौटे।

वैद्य प्रदीप भंडारी की चिकित्सा के क्षेत्र में इस अतुलनीय योगदान से प्रभावित होकर कवियित्री श्रीमती सुमिता केशवा पवलगढ़ जाकर वैद्यजी का सम्मान करते हुए उनका आभार भी जताया। इस अवसर पर उपस्थित काशीपुर की मेयर श्रीमती उषा चौधरी ने वैद्यजी के इन उपलब्धियों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस मौके पर अनीता कम्बोज और अमिता कम्बोज भी मौजूद थीं।

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