गोवंश को बचाने के लिए गो सेवी संस्थाएं और गो सेवक अपने-अपने स्तर पर गायों का उपचार कर रहे हैं.
ऐसे ही पशु प्रेमी हैं कैथल जिले के चित्र गांव निवासी चंद्रभान, जिन्होंने अपने घर पर ही गौ चिकित्सालय खोला हुआ है. गौशाला तो बहुत से लोग खोलते हैं, लेकिन गौ चिकित्सालय बहुत ही कम देखने को मिलते हैं.
चंद्रभान को नागौर गौ चिकित्सालय में घायल आवारा पशुओं का उपचार देखकर प्रेरणा मिली और उन्होंने अपने घर में ही गौ चिकित्सालय खो लिया. वह निशुल्क इलाज करते हैं. गोपालक अपनी बीमार गाय को उनके यहां छोड़ भी सकते हैं और बदले में उपचार के द्वारा ठीक हुई गाय लेकर जा सकते हैं.
चंद्रभान की इस मुहिम को उनके गांव के लोगों का भी साथ मिल रहा है. उनके गांव के कई पशु चिकित्सक भी फ्री में अपनी सेवा देकर इन आवारा पशुओं और गायों को ठीक करने में सहयोग कर रहे हैं.