हरियाणा राज्य में गो पालन को बढ़ावा देने और आश्रय देने के लिए सरकार ने ‘गो संवर्धन – संरक्षण योजना’ शुरू की है.
इस योजना के तहत तीन से 10 गाय तक खरीदने के लिए पशु पालक को 50 फीसद सब्सिडी पर ऋण दिया जाएगा. इस योजना से बेरोज़गार युवा डेयरी बनाकर स्वरोज़गार शुरू कर रहे हैं.
गाय को पालने में लोगों की दिलचस्पी कम होने के कारण गाय आवारा पशु की तरह से घूमती रहती है. आए दिन गायों को गो तस्कर उठा कर ले जाते हैं और फिर उन्हें कसाई को बेच देते हैं. गाय की सुरक्षा और इसकी देखभाल की जा सके, इस उद्देश्य से सरकार ने गो संवर्धन – संरक्षण योजना शुरू की है.
पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा लगभग प्रत्येक ग्राम स्तर पर पशुओं के निःशुल्क इलाज के लिए पशु चिकित्सालय/पशु औषधालय की स्थापना की गई है. इन संस्थाओं में समय-समय पर बांझपन निवारण शिविरों तथा कृमिनाशक दवा वितरण शिविरों का भी आयोजन किया जाता है.
रोग नियन्त्रण एवं टीकाकरण के तहत विभाग द्वारा पशुओं में फैलने वाली विभिन्न बीमारियों के बचाव के लिए निःशुल्क टीकारण किया जाता है. इसके लिए समय-समय पर जागृति कैम्प लगाकर पशुपालकों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया जाता है ताकि पशुधन स्वस्थ रह सके.
गाय में नस्ल सुधार व दुग्ध उत्पादन वृद्धि के लिए कृत्रिम गर्भाधान सुविधा के अन्तर्गत उत्तम नस्ल के सांडो का वीर्य लेकर गाय को कृत्रिम विधि से गर्भ धारण कराया जाता है जिसके कारण नस्ल सुधार व अधिक दुग्ध उत्पादन को बढावा मिला है.
इच्छुक लोगों द्वारा गौशालाओं का आवेदन हरियाणा गौ-सेवा आयोग, पंचकूला को भेजकर उनका पंजीकरण करवाया जाता है तथा पंजीकृत गौशालाओं को हरियाणा गौ-सेवा आयोग, पंचकूला तथा भारतीय जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड, चैन्नई से अनुदान दिलवाया जाता है.